आत्मविश्वास कौशल का अर्थ एवं नियम | Confidence Skill in hindi

जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास उतना ही आवश्यक है, जितना मानव के लिए ऑक्सीजन तथा मछली के लिए पानी। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति सफलता की डगर पर कदम

आत्मविश्वास (Self-Confidence)

जीवन में सफलता के लिए आत्मविश्वास उतना ही आवश्यक है, जितना मानव के लिए ऑक्सीजन तथा मछली के लिए पानी। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति सफलता की डगर पर कदम बढ़ा ही नहीं सकता। आत्मविश्वास वह ऊर्जा है, जो सफलता को राह में आने वाली अड़चनो, कठिनाइयो एवं परेशानियों से मुकाबला करने के लिए व्यक्ति को साहस प्रदान करती है।

Confidence Meaning in hindi

वर्तमान समय में अगर हमें कुछ पाना है, किसी भी क्षेत्र में कुछ करके दिखाना है, जीवन की खुशी से जीना है, तो इन सबके लिए आत्मविश्वास का होना परम आवश्यक है। आत्मविश्वास में वह शक्ति है जिसके माध्यम से हम कुछ भी कर सकते हैं। आत्मविश्वास से हमारी संकल्प शक्ति बढ़ती है और संकल्प शक्ति से बढ़ती है हमारी आत्मिक शक्ति।

इमर्सन का कथन है— "संसार के सारे युद्धों में इतने लोग नहीं हारते, जितने कि सिर्फ घबराहट से।" अतः अपने ऊपर विश्वास रखकर ही आप दुनिया में बड़े से बड़ा काम सहज ही कर सकते हैं और अपना जीवन सफल बना सकते हैं। मधुमक्खो कण-कण से ही शहद इकट्ठा करती है। उसे कहीं से इसका भंडार नहीं मिलता। उसके छत्ते में भरा शहद उसके आत्मविश्वास और कठिन परिश्रम का ही परिणाम है।

दुनिया में ईश्वर ने सभी को अनन्त शक्तियाँ प्रदान की हैं। हर किसी में कोई न कोई खास बात होती है। बस, जरूरत है अपने अंदर की उस खास शक्ति को पहचानने की उसे निखारने की। जो काम दूसरे लोग कर सकते हैं, वो काम आप क्यों नहीं कर सकते? अपने आप पर भरोसा कीजिए फिर दुनिया भी आप पर भरोसा करेगी।

महात्मा गाँधी भी इस आत्मविश्वास के बल पर सत्य और अहिंसा के अस्त्र बनाकर स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े। अन्ततः वे भारत माता की दासता रूपी बेड़ी को काटने में सफल रहे। अब्राहम लिंकन ने अथक प्रयास कर दासों को मालिकों के शिकंजे से मुक्त कराया। उन्होंने अपनी डायरी में लिखा था कि मैंने अपने ईश्वर को वचन दिया है कि दासों को मुक्ति का कार्य अवश्य पूरा करूँगा।

इसी आत्मविश्वास ने कोलंबस को अमेरिका की खोज में सहयोग दिया था। नेपोलियन ने इसी शक्ति से ओतप्रोत होकर अपने सेनापति से कहा था कि यदि आल्पस पर्वत हमारा मार्ग रोकता है तो वह नहीं रहेगा और सचमुच इस विशाल पर्वत को काटकर रास्ता बना लिया गया। आत्मविश्वास मनुष्य के अंदर ही समाहित होता है। आपको इसे कहीं और अन्य जगह से लाने की जरूरत नहीं है। यह आपके अंदर ही है, बस जरूरत है अपने अंदर की आन्तरिक शक्तियों को इकट्ठा कर अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने की।

आत्मविश्वास सफलता का मूल मंत्र है। यदि आप सफल होना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आत्मविश्वास जरूरी है आधी जंग आत्मविश्वास से जीती जाती है। आत्मविश्वास में इतनी शक्ति है कि जिससे रहते मानव हजारों मुसीबतों का सामना कर सकता है। महान कार्य को पूरा करने के लिए आत्मविश्वास बहुत जरूरी होता है। आत्मविश्वास की कमी वाला इंसान नकारात्मक सोचने लगता है इसकी वजह से जिन्दगी में आई छोटी-छोटी परेशानियों से भी वह लड़ नहीं पाता। खुद पर विश्वास की कमी हमें अंदर से खोखला बनाती है। इसीलिए खुद पर विश्वास करना सबसे अहम चीज होती है। हमें स्वयं के महत्त्व को जानना चाहिए। इसान जन्म से आत्मविश्वास लेकर पैदा नहीं होता, हमारा स्वयं का व्यक्तिव, मन, मस्तिष्क व जीवन को प्रभावित करने वाले कारक हो हमारे आत्मविश्वास को घटाने और बढ़ाने का काम करते हैं।

आत्मविश्वास बढ़ाने के नियम (Confidence Boosting Rules)

1. अपने आप को स्वीकार करें:- आप इस दुनिया में unique है जरूरी यह है कि आप उन चीजों से परेशान न हो जिन्हें आप कर नहीं सकते, या जो बीजे आपको परेशान करती हैं। अपनी कमजोरियों और गलतियों के बारे में सोचने और शिकायत करने के बजाय, अपनी Life को बेहतर बनाने के तरीकों की तलाश करे। नया सीखने के लिए नए लोगों से जुड़ो, खुद को पहचानी और स्वीकार करो कि आप कौन हो।

2. दूसरों से बातचीत करें:— यह बहुत सहायक और जरूरी है कि आप अपने जीवन को बेहतर बनाने और सक्सेस प्राप्त करने के लिए अन्य सफल लोगों से बात करें क्योंकि लोगों को चुनौत्तियों और सफलताओं के बारे में जानना और सुनना अपने बारे में बेहतर महसूस करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। इसके अलावा उन तरीकों के बारे में जानने की कोशिश करे जिनसे आप अपने जीवन में अपनी बाधाओं को दूर कर सकते हैं।

3. एक लक्ष्य बनाएँ:— ऐसे लक्ष्य बनाएँ, जो आपके लिए ज्यादा आसान या अधिक कठिन न हो। एक लक्ष्य बनाएँ और उसे पूरा करने के लिए कोशिश करें। यदि आप अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो परेशान न हो आप अपने लक्ष्य को बदल सकते हैं और एक और लक्ष्य सेट कर सकते हैं।

4. निरन्तर रहें:- अपने जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने लिए कोशिश करते रहें. हार न मानें। अगर आप कोई गलती कर रहे हैं तो अपनी गलतियों से सीखें और अपने हालाकों में सुधार करने की कोशिश करें। इस बात पर बहस और चिन्ता न करें कि आपको क्या करना चाहिए या क्या नहीं करना चाहिए बल्कि ध्यान रखें कि सफलता पाने के लिए कई बार कोशिश करनी पड़ती है इसलिए तब तक लगातार कोशिश करते रहें और निरन्तर रहे जब तक कि आप सफलता प्राप्त नहीं कर लेते हैं।

5. अपनी कमजोरी और ताकत को जानें:- यह पता लगाना जरूरी और अच्छा है कि आपमें क्या अच्छा और क्या बुरा है और ऐसा आप किसी भी टाइप की परीक्षा के माध्यम से कर सकते हैं। इसलिए अपनी कमजोरियों और शक्तियों को जानना जरूरी है क्योंकि तभी आप सही काम को करने का फैसला ले सकते हैं और उसे पूरा कर सकते हैं।

6. सकारात्मक सोचो:- सकारात्मक सोच आपके अंदर आत्मविश्वास पैदा करती है। इसीलिए सकारात्मक सोचना बहुत जरूरी होता है। हर रोज कुछ सकारात्मक पढ़े और अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने पर विचार करें। अपना हर काम सकारात्मक सोच के साथ शुरू करे। हमेशा अच्छा और सकारात्मक सोचे।

7. अपनी तुलना दूसरों के साथ करना बंद करें:- हर व्यक्ति एक दूसरे से अलग होता है। हर कोई व्यक्ति अलग-अलग कार्यों में माहिर होता है। इसलिए अगर आप किसी कार्य में किसी व्यक्ति से कम हो तो अपने मन को छोटा न करें, हो सकता है कि आप किसी दूसरे को करने में उस व्यक्ति से अच्छे हों। इसीलिए अपनी तुलना दूसरों के साथ करना बंद करें इससे आपको सिर्फ नाराजगी ही मिलेगी।

8. अपनी गलतियों से सीखो:- जिन्दगी में हर व्यक्ति कोई न कोई गलती करता है, पर उस गलती की वजह से जिन्दगी हमेशा के लिए रूक नहीं सकती। इसलिए उस गलती से सीखकर हमें आगे बढ़ना चाहिए। हर गलती हमें एक नई सीख देती है। जितना हम अपनी जीत से नहीं सीखते उतना हम अपनी हार से सीखते हैं। इसलिए अपनी गलतियों से सीखो और अपनी जीत की तरफ कदम बढ़ाओ। गलती करना गलत बात नहीं है गलत है उस गलती की वजह से खुद को कमजोर समझना।

9. उपलब्धियों पर ध्यान दें:- अगर सोल्यूशन चाहिए तो उपलब्धियों पर ध्यान दें। अगर परिस्थितियाँ कठिन लग रही है तो कुछ नया स्किल सीखो। कुछ भी नया सीखना आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है। किसी भी लक्ष्य को पाना है तो उन सारी चीजों पर लक्ष्य केन्द्रित करो जिसकी वजह से आप वह लक्ष्य प्राप्त कर सकते हो। इसकी वजह से आप सकारात्मक सोचोगे और आपके अंदर का आत्मविश्वास बढ़ेगा।

10. अपने व्यक्तित्व को निखारे:- अपने अंदर के गुणों के साथ-साथ ही अपने व्यक्तित्व का भी हमारे आत्मविश्वास पर प्रभाव पड़ता है। आप कैसा सोचते हो उसके साथ-साथ ही जरूरी है आप कैसे रहते हो। जैसे आप रहते हो वैसा आप महसूस करते हो। इसीलिए अपनी बॉडी लँग्वेज और कम्युनिकेशन स्किल्स पर ध्यान दें। उन्हें सुधारने का प्रयत्न करें। खुद को एक विन्दु तक सीमित न रखे। नई सूचनाओं से अपडेट रहते हुए अपने आस-पास के परिवेश से जुड़े रहें।

निष्कर्ष (Conclusion)

अधिकतर लोग अपनी सफलता को भूल जाते हैं या याद कम रखते हैं और सिर्फ उन चीजों पर ध्यान देते हैं जिन्हें करने के लिए वे संघर्ष करते हैं और आप भी ऐसा करते हैं तो आप गलती कर रहे हैं। हमेशा अपने अतीत की उपलब्धियों को याद रखें चाहे वे छोटी ही क्यों न हों, ये आपको बड़ी उपलब्धि पाने के लिए प्रेरित करेंगी और आपके जीवन को सकारात्मकता से भर सकती हैं इसलिए जीवन के नकारात्मक बिन्दुओं पर ध्यान न दें बल्कि अपनी पिछली सफलताओं पर ध्यान केन्द्रित करें।

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